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Tuesday, December 28, 2010

Sab kuch Sikha mumne na sikhi

मुकेश...अनाड़ी फिल्मसे...
दुनियाने कितना समझाया...
कौन हैं अपना कौन बेगाना..
फिर भी दिल की चोट छुपाकर...
हमने आपका दिल बहलाया...
दिल पे मरने वाले मरेंगे भिखारी..
सच हैं दुनिया वालों के हम हैं अनाड़ी...
सब कुछ सिखा हमने ना सीखी होशियारी...

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